Flash Story
सीएम की प्रेरणा से आखिर डीएम जिले में ले ही आए आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन, आपदा परिचालन केन्द्र में किया परीक्षण
सीएम की प्रेरणा से आखिर डीएम जिले में ले ही आए आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन, आपदा परिचालन केन्द्र में किया परीक्षण
सीएम धामी ने हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025 को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
सीएम धामी ने हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025 को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
पेट में गैस क्यों बनती है? आइये जानते हैं इसके कारण और असरदार समाधान
पेट में गैस क्यों बनती है? आइये जानते हैं इसके कारण और असरदार समाधान
IMA से 419 कैडेट्स हुए भारतीय सेना में शामिल
IMA से 419 कैडेट्स हुए भारतीय सेना में शामिल
चारधाम यात्रा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, अब तक 28 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
चारधाम यात्रा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, अब तक 28 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
बॉक्स ऑफिस पर धीमी हुई ‘हाउसफुल 5’ की रफ्तार, जानिए फिल्म का अब तक का टोटल कलेक्शन
बॉक्स ऑफिस पर धीमी हुई ‘हाउसफुल 5’ की रफ्तार, जानिए फिल्म का अब तक का टोटल कलेक्शन
प्रदेश के लिए मेडल जीतते ही नौकरी तैयार मिलेगी- रेखा आर्या
प्रदेश के लिए मेडल जीतते ही नौकरी तैयार मिलेगी- रेखा आर्या
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने सीएम धामी से की शिष्टाचार भेंट
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने सीएम धामी से की शिष्टाचार भेंट
भू-कानून उल्लंघन पर जिला प्रशासन की सख्ती, अब तक 900 बीघा जमीन सरकार में निहित
भू-कानून उल्लंघन पर जिला प्रशासन की सख्ती, अब तक 900 बीघा जमीन सरकार में निहित

आतंकी हमला प्रशासन के लिए चिंता का विषय

आतंकी हमला प्रशासन के लिए चिंता का विषय

जम्मू के कठुआ में सोमवार को सेना के गश्ती दल पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया जिसमें पांच जवान शहीद हो गए। एक महीने के भीतर कठुआ में दूसरी बार आतंकी हमला हुआ है जो सरकार, सुरक्षा बल और प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। पिछली कुछ आतंकी घटनाओं का ट्रेंड बता रहा है कि दहशतगर्दों ने अपनी रणनीति में बदला किया है। अब जम्मू और विशेषकर कठुआ आतंक का नया गढ़ बनता दिख रहा है। हालांकि जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद और आतंकवाद के शुरुआती दिनों में यह इलाका आतंकवादियों का अच्छा खासा ठिकाना बन गया था।

लेकिन सुरक्षा बलों ने विशेष अभियान चलाकर कठुआ और उसके आसपास के इलाके को आतंक से मुक्त करा लिया था। संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में अमन-चैन बहाल हो रहा था लेकिन जब से विधानसभा चुनाव की आहट तेज हुई है, अचानक आतंकवादी सक्रिय हो गए हैं। हाल के महीनों में आतंकियों ने सीमावर्ती जिले पूंछ, राजौरी, डोडा और रियासी में एक के बाद एक हमले किए हैं। अब आतंकी घाटी की ओर से जम्मू की ओर रुख करने लगे हैं। इसकी बड़ी वजह कठुआ की प्रकृति और बनावट है।

यह क्षेत्र पहाडिय़ों और घनघोर जंगलों से भरा-पूरा है और इसके एक ओर पाकिस्तान की सीमा लगती है और दूसरी ओर पंजाब और हिमाचल है। सीमा पार से आने वाले आतंकवादी वारदात को अंजाम देकर जंगलों के रास्ते पाकिस्तान वापस चले जाते हैं। इस जिले की जनसांख्यिकी भी कश्मीर घाटी से अलग है। यहां हिन्दुओं की आबादी अधिक है। ऐसा हो सकता है कि चुनाव से पहले सांप्रदायिक माहौल खराब करना भी पाक प्रायोजित आतंकवादियों का एक राजनीतिक लक्ष्य हो। इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता कि रियासी में इसी इरादे से श्रद्धालुओं की बस को निशाना बनाया गया हो।

यह कहा जाता है कि आतंकवाद की कोई निश्चित उम्र नहीं होती। देखा गया है कि कभी-कभी यह एक समय बाद स्वत: ही खत्म हो जाता है। लेकिन कश्मीर में जारी आतंकवाद के पीछे पाकिस्तान की बड़ी भूमिका से कोई भी इंकार नहीं कर सकता। शायद इसलिए भी यहां आतंकवाद लंबे समय से जीवित है। अब यह देखने वाली बात होगी कि यहां आतंकवाद के विरुद्ध जारी निर्णायक युद्ध में केंद्र सरकार का पाकिस्तान के प्रति क्या रुख रहता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top