Flash Story
कैंची धाम बाईपास परियोजना फिर अटकी, वन विभाग ने लौटाई फाइल
कैंची धाम बाईपास परियोजना फिर अटकी, वन विभाग ने लौटाई फाइल
उत्तराखंड में मौसम का बदला रुख, कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
उत्तराखंड में मौसम का बदला रुख, कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
पूरी नींद लेने के बाद भी दिनभर थकान और सुस्ती क्यों? आइये जानते हैं इसकी असली वजह
पूरी नींद लेने के बाद भी दिनभर थकान और सुस्ती क्यों? आइये जानते हैं इसकी असली वजह
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ईरान को खुली चेतावनी, कहा- “परमाणु खतरे को हर हाल में खत्म करेंगे”
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ईरान को खुली चेतावनी, कहा- “परमाणु खतरे को हर हाल में खत्म करेंगे”
उत्तराखंड को मिले 29 नए विशेषज्ञ डॉक्टरउत्तराखंड को मिले 29 नए विशेषज्ञ डॉक्टर
उत्तराखंड को मिले 29 नए विशेषज्ञ डॉक्टरउत्तराखंड को मिले 29 नए विशेषज्ञ डॉक्टर
हल्द्वानी में भीषण सड़क हादसा, पिकअप से टकराई बाइक, दो मजदूरों की मौत
हल्द्वानी में भीषण सड़क हादसा, पिकअप से टकराई बाइक, दो मजदूरों की मौत
एअर इंडिया विमान हादसा: पीएम मोदी ने घटनास्थल का किया दौरा, अधिकारियों से ली विस्तृत जानकारी
एअर इंडिया विमान हादसा: पीएम मोदी ने घटनास्थल का किया दौरा, अधिकारियों से ली विस्तृत जानकारी
मुख्यमंत्री धामी ने अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में जान गंवाने वालों को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री धामी ने अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में जान गंवाने वालों को दी श्रद्धांजलि
राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में 25 प्रस्तावों को मिली मंजूरी
राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में 25 प्रस्तावों को मिली मंजूरी

कांग्रेस सरकार ने मंदिरों पर 10% टैक्स लगाने का किया ऐलान, भाजपा ने कहा- हिन्दू विरोधी

कांग्रेस सरकार ने मंदिरों पर 10% टैक्स लगाने का किया ऐलान, भाजपा ने कहा- हिन्दू विरोधी

नई दिल्ली। कनार्टक में कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में एक बिल पारित किया जो कि मंदिरों पर टैक्स लगाने के संबंध में है। जिसके तहत वो मंदिर जिनकी इनकम 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है उनपर उन्हें 10% टैक्स देना होगा वहीं जिन मंदिरो की इनकम 1 करोड़ से कम और 10 लाख से ज्यादा है तो उनपर 5% टैक्स सरकार लगाएगी। इस बिल का नाम है ‘कर्नाटक हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती विधेयक 2024’(Karnataka Hindu Religious Institutions and Charitable Endowments Bill 2024)। इस बिल को लेकर बीजेपी समेत कई संत कांग्रेस सरकार के विरोध में सामने आए। वहीं कांग्रेस ने इसका बिल का बचाव करते हुए कहा कि इस बिल को पास करने का मकसद राज्य में 40 से 50 हजार पुजारियों की मदद करना है।

बीजेपी के विरोध का जवाब देते हुए मंत्री रामलिंगा रेड्डी का कहते हैं कि हम हिंदू विरोधी नहीं हैं। बीजेपी के लोग हिंदू विरोधी है। ये कानून पहले 2003 में अस्तित्व में आया था। जिसके बाद इस कानून को लेकर साल 2011 में संशोधन किए गए। उस समय 5 लाख रुपये की आय वाले लगभग 34,000 मंदिर थे। जिन्होंने धर्मिका परिषद के लिए कोई पैसा नहीं दिया। वहीं वो मंदिर जिनकी इनकम 5 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक है, उन्हें 5% धर्मिका परिषद को देना पड़ता है। इसके अलावा कर्नाटक में 10 लाख रुपये से अधिक आय वाले लगभग 205 मंदिर – उन्हें 10% देना होगा। इन मंदिरो ने साल 2011 में विधानसभा में इस संशोधन को मंजूरी दी थी। हिंदू विरोधी कौन है? भाजपा कर्नाटक में सबसे ‘सी ग्रेड’ मंदिरों के हित में है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top